वाचक: मिलिंद गव्हाणकर
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सर्वसाधारपणे सामान्य माणसाच्या जीवनात येणारा असा कोणताही संघर्षाचा प्रसंग नाही की, त्याच्यावर काही ना काही प्रकाश टाकू शकणारी कथा इसापच्या कथांत मिळणार नाही.
ज्ञानेश्र्वरीसारख्या ग्रंथाचे वाचन उद्ध्वस्त मनाला शांती देण्याचे काम जसे बिनचूकपणे करते, तसेच इसापच्या गोष्टींच्या ग्रंथाचे वाचन अडचणीच्या प्रसंगी मार्ग दाखविण्याचे काम बिनचूकपणे करते, असे म्हणावयास हरकत नाही.
त्यामुळे इसापनीतीचा उपयोग मुलांसाठी गोष्टीचे पुस्तक म्हणून होतो तसाच तो प्रौढांचा व्यवहारनीतीचा मार्गदर्शक म्हणून अधिक व्हावा हेच योग्य होय.
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Aaple manapasun aabhar!
ReplyDeletePora ... Dev tuz bhale karo..shahana maza raja.. yashswi bhav...
ReplyDeleteThank you very much hope you have continue this i am very much happy from use this site
ReplyDeleteupakram far chan aahe ........manapasun shubecha.
ReplyDeleteatishay chan....kharach manapasun abhar....khup khup upyog hotoy ya blog cha..
ReplyDeletekhup khup chhan...... bolati pustak :)...
ReplyDeleteअतिशय उत्कृष्ट उपक्रम आहे
ReplyDeleteपुढील वाटचालीस हार्दिक शुभेच्छा
संदिप धामणे नवीन पनवेल
Very useful for our student. every school must download this BOLATI PUSTAKE. Thanks
ReplyDeleteZ.P.School Mujmulewasti Tal-Rahata
Lagech Downloading Suru Keli.....majhya shaletil mulankadun aaple aabhar...........
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