-------------------------------------------------------------------
डॉ. विनीता महाजनी यांच्या - रंगपंखी, गंधवती, जैत्र, कलश, श्यामझूल, शतपाकळ्या,
विश्वमंदिरी- या सात कविता संग्रहांमधील निवडक कविता येथे आहेत.
निसर्ग, अखिल विश्व, अध्यात्म, मानव, माणसांचे एकमेकांशी असलेले
संबंध, नाती... अश्या विविध विषयांवरील या कविता आहेत.
| ऐका: | डाउनलोड करा(Right-click + Save .. as) भाग १ भाग २ भाग ३ |
-----------------------------------------------------------------------------------
No comments:
Post a Comment